बहादुर शाह प्रथम का इतिहास (#मुगल_वंश) Bahadur shah pratham history |

 

बहादुरशाह प्रथम का इतिहास

*बहादुरशाह प्रथम का जन्म 14 अक्टूबर 1643 ई. को बुरहानपुर में हुआ था |

*बहादुरशाह प्रथम का मूलनाम - मुहम्मद मुअज्ज़म था |

*बहादुरशाह प्रथम का पूरा नाम - अबुल नासिर सैय्यद क़ुतुब उद दीन मुहम्मदशाह आलम बहादुरशाह था |

*बहादुरशाह प्रथम के पिता का औरंगजेब तथा माता का नाम नबाव बाई था |

*बहादुरशाह प्रथम की बेग़म - नूर उन निसा बेग़म, निज़ामबाई, मिहिर परवार बेग़म, अमात उल हबीब बेग़म, रानी चत्तर बाई |

*बहादुरशाह प्रथम के पुत्र - जहांदार शाह, इज़ उद दीन मिर्ज़ा, अज़ीम उस शान मिर्ज़ा, दौलत अफज़ा मिर्ज़ा, रफ़ी उस शान मिर्ज़ा, जहान शाह मिर्ज़ा, मुहम्मद हुमायूं मिर्ज़ा, रफ़ी उस कादिर |

*बहादुरशाह प्रथम की पुत्री - दाहर अफ्रुज़ बानो बेग़म  

*औरंगजेब की मृत्यु 3 मार्च 1707 ई. को अहमदनगर में हुई थी और उस समय मुग़ल साम्राज्य 23 प्रान्तों में विभाजित था |

*आगरा के पास जजाऊ का युद्ध जून 1707 ई. में बहादुरशाह प्रथम और मुहम्मद आजम के मध्य हुआ जिसमें बहादुरशाह प्रथम की जीत हुई और मुहम्मद आजम अपने पुत्रों मारा गया |

*बीजापुर का युद्ध जनवरी 1709 ई. में बहादुरशाह प्रथम और मुहम्मद कामबख्श के मध्य हुआ जिसमें मुहम्मद कामबख्श की पराजय और बहादुरशाह प्रथम की जीत हुई |

*मई 1707 ई. में मुहम्मद मुअज्जम ने लाहौर के उत्तर दिशा में स्थित शाहदौला के पुल पर और शाहआलम की उपाधि धारण कर बहादुरशाह के नाम से स्वंय को बादशाह घोषित कर दिया था |

*बहादुरशाह प्रथम से मराठा सरदारों के प्रति अपनी नीति अस्थिर रखी जिसमें मराठा सरदारों को दक्षिण की सरदेशमुखी दे दी परन्तु चौथ का अधिकार नहीं दिया |

*बहादुरशाह प्रथम के शासनकाल 1711 ई. में एक डच प्रतिनिधि मण्डल भारत आया था जिसका नेतृत्व जोसुआ केटेलार नामक व्यक्ति कर रहा था | इस प्रतिनिधि मण्डल का बहादुरशाह प्रथम के दरबार में भव्य स्वागत किया गया |

*इस प्रतिनिधि मण्डल में एक पुर्तगाली स्त्री जुलियाना की महत्वपूर्ण भूमिका थी, बहादुरशाह ने जुलियाना को कई  उपाधियाँ प्रदान की  |

*बहादुरशाह प्रथम को शाह ए बेखबर भी कहा जाता है |

*बहादुरशाह प्रथम ने छत्रसाल से अच्छा सम्बन्ध कायम किया था क्योंकि छत्रसाल निष्ठावान सामंत थे |

*बहादुरशाह प्रथम ने जाट सरदार चूडामन से दोस्ती कर ली और चूडामन ने सिक्ख सरदार बन्दबहादुर के खिलाफ मुग़ल शासक बहादुरशाह का साथ दिया |

*फरवरी 1712 ई. में बहादुरशाह प्रथम की मृत्यु हो जाने से उसके पुत्रों में गृहयुद्ध छिड़ गया और उसे दस सप्ताह बाद दिल्ली में दफनाया गया |

*बहादुरशाह प्रथम का शासनकाल 1707 - 1712 ई. के मध्य में माना जाता है |

*बहादुरशाह प्रथम की मृत्यु के बाद जहाँदार शाह शासक बना |

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