शाहमीर वंश का इतिहास
शाहमीर
का इतिहास
*शाहमीर ने
सुल्तान शम्सुद्दीन शाह मीर की उपाधि धारण कर 1339 ई. में शाहमीर वंश की स्थापना
की जिसे कश्मीर का पहला मुस्लिम राजवंश माना जाता है |
*शाहमीर ने अपनी
राजधानी इन्द्रकोट में बनाई थी |
*शाहमीर का
शासनकाल 1339 - 1342 ई. के मध्य में था |
*शाहमीर के बाद
ज़मशेद शासक हुआ जिसने 1342 - 1344 ई. के मध्य शासन किया था |
सुल्तान अलाउद्दीन का इतिहास
*सुल्तान
अलाउद्दीन का वास्तविक नाम अलीशेर था |
*सुल्तान
अलाउद्दीन ने राजधानी को इन्द्र्कोट से अलाउद्दीनपुर (श्रीनगर) बनाई थी |
*सुल्तान
अलाउद्दीन का शासनकाल 1344 - 1356 ई. के मध्य में था |
सुल्तान
शिहाबुद्दीन का इतिहास
*शिहाबुद्दीन को
शाहमीर वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है |
*शिहाबुद्दीन ने
शरीकपुरा और शिहाबुद्दीनपुर नामक दो नगरों को बसाया था |
*सुलतान
शिहाबुद्दीन का शासनकाल 1356 - 1374 ई. के मध्य में था |
*शिहाबुद्दीन के
बाद कुतुबुद्दीन शासक हुआ जिसने 1374 - 1389 ई. के मध्य शासन किया था |
सुल्तान
सिकंदर का इतिहास
*सुल्तान सिकंदर
ने हिन्दुओं को माथे पर चन्दन लगाने पर प्रतिबंद लगाया था |
*सुल्तान सिकंदर
ने ही सबसे पहले कश्मीर में गैर मुस्लिमों पर जज़िया कर लगाया था |
*सुल्तान सिकंदर
ने मार्तण्ड मंदिर, चक्रधर मंदिर और अवन्तिपुर
के मंदिरों की मूर्तियों को गलाकर सिक्के बनाने का आदेश दिया था और इसी कारण उसे
बुतशिकन भी कहा गया है |
*सुल्तान सिकंदर
ने सती-प्रथा पर रोक लगाने का आदेश भी दिया था |
*सुल्तान सिकंदर
का शासनकाल 1389 - 1413 ई. के मध्य में था |
*सुल्तान सिकंदर
के बाद अलीशाह शासक हुआ जिसने 1413 - 1420 ई. के मध्य शासन किया था |
जैनुल आबदीन का इतिहास
*जैनुल आबदीन ने
बादशाह और नाइब ए अमीर उल मोमिनीन जैसी उपाधियाँ धारण की थीं |
*जैनुल आबदीन ने
कश्मीर में गौहत्या पर प्रतिबन्ध लगाने का आदेश जारी किया था |
*जैनुल आबदीन ने
ही कश्मीर में गैर मुस्लिमों से बसूले जाने वाले जज़िया कर को समाप्त किया था |
*जैनुल आबदीन ने
सती-प्रथा को पुन: प्रारम्भ करने का आदेश दिया था |
*जैनुल आबदीन ने
क़ुतुब के नाम से फ़ारसी में कई कविताएँ भी लिखीं थी |
*जैनुल आबदीन के
ही शासनकाल में मुल्ला अहमद ने महाभारत, दशावतार
और राजतरंगिणी का फ़ारसी में अनुवाद किया था |
*यदुभट्ट ने जैनप्रकाश
तथा भट्टावतार ने जैनविलास नामक ग्रंथों की रचना जैनुल आबदीन के ही शासनकाल में की
थी |
*कश्मीर में
मूल्य नियंत्रण व्यवस्था के कारण जैनुल आबदीन को कश्मीर का अलाउद्दीन भी कहा जाता है |
*जैनुल आबदीन को
धार्मिक सहिष्णुता के कारण भी कश्मीर का अकबर भी कहा जाता है |
*जैनुल आबदीन ने
अपने अंतिम समय में शिकायतनामा ग्रन्थ की रचना की थी |
*जैनुल आबदीन का
शासनकाल 1420 - 1470 ई. के मध्य में था |
*जैनुल आबदीन के
बाद हाजी खां शासक हुआ जिसने 1470 - 1472 ई. के मध्य शासन किया था |
हसन
शाह का इतिहास
*हसन शाह के
शासनकाल 1479 ई. में भयंकर अग्निकांड से श्रीनगर का उत्तर-पूर्वी भाग नष्ट हो गया
था |
*हसन शाह के बाद
मुहम्मद शाह, मुहम्मद शाह तृतीय, मिर्ज़ा हैदर, मलिक दौलत चक, मुहम्मद
गाज़ी और मुहम्मद याकूब शाह शासक हुए
*1586 ई. में
मुग़ल शासक अकबर ने कश्मीर को अपने साम्राज्य में शामिल कर लिया था |
*हसन शाह का शासनकाल 1472 - 1482 ई. के मध्य में था |
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प्राचीन इतिहास PDF – http://bit.ly/3G9U4ye
मध्यकालीन इतिहास PDF – http://bit.ly/3LGGovu
आधुनिक इतिहास PDF – http://bit.ly/3wDnfX3
सम्पूर्ण इतिहास PDF – https://imojo.in/1f6sRUD