ज्वालादेवी मंदिर की मूर्ति को तोड़ने वाले सिकंदर लोदी का इतिहास | Sikandar Lodi History |

 


सिकन्दर लोदी और उसका सम्पूर्ण इतिहास

सिकन्दर लोदी का इतिहास

*सिकन्दर लोदी का जन्म 17 जुलाई 1458 ई. को हुआ था |

*सिकन्दर लोदी का मूल नाम निज़ाम खां था |

*सिकन्दर लोदी का पूरा नाम सुल्तान सिकन्दर शाह लोदी था |

*सिकन्दर लोदी के पिता का नाम बहलोल लोदी था |

*सिकन्दर लोदी की माता का नाम बीबी अम्बा या जैबन्द था जो बहलोल लोदी की हिन्दू रानी थी |

*सिकन्दर लोदी ने 16 जुलाई 1489 ई. को दिल्ली का सिंहासन ग्रहण किया था |

*दिल्ली का शासक बनने के बाद सिकन्दर लोदी ने अपने विरोधियों को पराजित करके उनके साम्राज्य को दिल्ली सल्तनत में शामिल कर लिया था |

*तैमूर लंग के आक्रमण के बाद दिल्ली सल्तनत की सीमा में सर्वाधिक वृद्धि सिकन्दर लोदी के ही शासनकाल में हुई |

सिकन्दर लोदी के प्रमुख अभियान

*1491 ई. में सिकन्दर लोदी ने बयाना (राजस्थान में) के शासक अशरफ खां के विरुद्ध आक्रमण कर बयाना को दिल्ली सल्तनत में शामिल कर लिया था |

*सिकन्दर लोदी ने हुसैन शाह को पराजित करके विहार को दिल्ली सल्तनत का हिस्सा बनाया था |

*सिकन्दर लोदी ने बंगाल के शासक अलाउद्दीन के विरुद्ध आक्रमण किया और पटना के निकट दोनों की सेनाओं में युद्ध हुआ परन्तु अंत में दोनों के मध्य समझौता हो गया था |

*बंगाल अभियान के बाद सिकन्दर लोदी ने जौनपुर में हुसैन शाह शर्की के द्वारा बनवाए गए सभी स्मारकों तथा महलों को तुड़वा दिया था |

*1501 ई. में सिकन्दर लोदी ने धौलपुर के विरुद्ध आक्रमण कर उसे दिल्ली सल्तनत का हिस्सा बनाया था |

सिकन्दर लोदी की आर्थिक नीति

*सिकन्दर लोदी ने आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए ग़ज ए सिकंदरी नामक प्रमाणिक माप की शुरुआत की थी |

*भूमि माप के लिए ग़ज ए सिकंदरी का प्रयोग किया जाता था और यह 30 इंच लम्बा होता था |

*सिकन्दर लोदी ने खाने की वस्तुओं से चुंगी कर हटा लिया था जिससे आम जनता को खाने की वस्तुएँ कम मूल्य पर उपलब्ध हो जाती थीं |

सिकन्दर लोदी की धार्मिक नीति

*सिकन्दर लोदी को धार्मिक दृष्टि से असहिष्णु शासक नामा जाता है |

*सिकन्दर लोदी ने नगरकोट के ज्वालामुखी मंदिर की मूर्ति को तोड़कर कसाइयों को मांस तोलने के लिए दे दिया था |

*सिकन्दर लोदी ने हिन्दुओं के धार्मिक संस्कारों पर जबरन प्रतिबन्ध लगा दिया था |

*मुसलमानों को मुहर्रम में ताजिया निकालने पर भी, सिकन्दर लोदी ने जबरन प्रतिबन्ध लगाया था |

*महिलाओं को पीर और संतों की मजार पर जाने का प्रतिबन्ध भी सिकन्दर लोदी ने लगाया था |

*सिकन्दर लोदी के धार्मिक असहिष्णु होने के बावजूद भारतीय इतिहासकारों ने उसे लोदी वंश का सबसे महान शासक बताया है |

सिकन्दर लोदी की अन्य उपलब्धियां

*1504/5 ई. में सिकन्दर लोदी ने आगरा को अपनी राजधानी बनाया था और आगरा के पास ही एक कस्बे को बसाया था जिसका नाम अपने नाम पर सिकंदरा रखा था |

*सिकंदरा में ही सिकन्दर लोदी ने लोदी का मकबरा नाम से एक मकबरे का निर्माण भी करवाया था जिसको परिवर्तित करके मुग़ल बादशाह अकबर ने अपने मकबरे का निर्माण करवाया था |

*सिकन्दर लोदी को फ़ारसी का अच्छा ज्ञान था और वह गुलरुखी के नाम से कविताएँ भी लिखना पसन्द करता था |

*सिकन्दर लोदी के ही शासनकाल में वजीर मिया भुआं ने हिन्दू आयुर्वेद ग्रन्थ का फ़ारसी में अनुवाद तिब्बत ए सिकंदरी / फरहंग ए सिकंदरी ने नाम से किया था |

*भारतीय संगीत पर आधारित फ़ारसी ग्रन्थ लज्जत ए सिकंदरी की रचना सिकन्दर लोदी के ही शासनकाल में हुई थी |

*सिकन्दर लोदी ने अपने पिता बहलोल लोदी के मकबरे का निर्माण दिल्ली में करबाया था |

*1505 ई. में मिया भुआं के द्वारा दिल्ली में निर्मित की गई मोठ मस्जिद स्थापत्य कला का सबसे अच्छा नमूना माना जाता है |

*21 नवंबर 1517 ई. को गले की बीमारी के कारण दिल्ली में सिकन्दर लोदी की मृत्यु हो गई थी |

*सिकन्दर लोदी का मकबरा दिल्ली में स्थित है |    

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