संविधान सभा और उसकी प्रमुख समितियां | संविधान सभा का गठन | Samvidhan Sabha in Hindi |

 

संविधान सभा का गठन

*संविधान सभा के लिए जुलाई-अगस्त 1946 ईस्वी में 296 सीटों पर चुनाव हुए । जिसमें कांग्रेस को 208, मुस्लिम लीग को 73 एवं अन्य को 15 सीटें प्राप्त हुईं परंतु उसी समय पाकिस्तान के अलग हो जाने से, सीटों की संख्या 296 से कम होकर 235 हो गई और देशी रियासतों की संख्या 93 से कम होकर 89 रह गई । इस प्रकार संविधान सभा के कुल सदस्यों की संख्या 389 से कम होकर 324 रह गई ।

*9 दिसंबर 1946 ईस्वी को संविधान सभा की प्रथम बैठक हुई और इस बैठक में डॉ सच्चिदानंद सिन्हा को अस्थाई अध्यक्ष चुना गया ।

*11 दिसंबर 1946 ईस्वी को डॉ. राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का अध्यक्ष और एच.सी. मुखर्जी को उपाध्यक्ष चुना गया । बी.एन. राव को संविधान सभा का संवैधानिक सलाहकार नियुक्त किया गया था ।

*संविधान सभा में अनुसूचित जनजाति के सदस्यों की संख्या 33 थी ।

*संविधान सभा में महिला सदस्यों की संख्या 15 थी

उद्देश्य प्रस्ताव

*संविधान के निर्माण की शुरुआत 13 दिसंबर 1946 ईस्वी को जवाहरलाल नेहरू के उद्देश्य प्रस्ताव से हुई थी । इस उद्देश्य प्रस्ताव में सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व उपासना का अधिकार, पिछड़े वर्गों का कल्याण तथा अल्पसंख्यकों का कल्याण और विश्व शांति पर बल प्रदान किया गया था । बाद में इसी उद्देश्य प्रस्ताव को परिवर्तित करके संविधान की प्रस्तावना बनाई गई थी ।

स्वतंत्रता अधिनियम 1947

* स्वतंत्रता अधिनियम 1947 से संविधान सभा को कुछ अधिकार प्राप्त हुए ।

*संविधान सभा को संप्रभु निकाय बनाया गया ।

*संविधान सभा एक विधायिका के रूप में कार्य करने लगी ।

*स्वतंत्र भारत के लिए संविधान बनाना संविधान सभा का कार्य था ।

*देश के लिए सामान्य कानून लागू करना । इस प्रकार संविधान सभा स्वतंत्र भारत की पहली संसद बनी । जब भी इस सभा की बैठक संविधान सभा के रूप में होती थी, तो अध्यक्षता डॉ राजेंद्र प्रसाद करते थे किंतु जब विधायिका के रूप में बैठक होती थी, तो इसकी अध्यक्षता जी.वी. मावलंकर करते थे । संविधान सभा 26 नवंबर 1949 ईस्वी तक इन दोनों रूप में कार्य करती रही ।

संविधान सभा की प्रमुख समितियां एवं उनके अध्यक्ष

1. संघ शक्ति समिति- जवाहरलाल नेहरू

2. संचालन समिति- डॉ राजेंद्र प्रसाद

3. संघीय संविधान समिति- जवाहरलाल नेहरू

4. प्रांतीय संविधान समिति- सरदार पटेल

5. प्रारूप समिति- डॉ. भीमराव अंबेडकर

6. राज्यों के लिए समिति- जवाहरलाल नेहरू

प्रारूप समिति का गठन

*29 अगस्त 1947 ईस्वी को प्रारूप समिति का गठन किया गया और इस समिति में 7 सदस्य थे ।

1. डॉ.भीमराव अंबेडकर (अध्यक्ष)

2. के.एम. मुंशी

3. मोहम्मद सादुल्ला

4. अल्लादी कृष्णा स्वामी अय्यर

5. एन. गोपाल स्वामी आयंगर

6. बी.एन. मित्तर (बाद में, एन. माधव)

7. डी.पी. खेतान (बाद में, टी.टी. कृष्णमाचारी)

*30 अगस्त 1947 ईस्वी को प्रारूप समिति की प्रथम बैठक हुई और इसके बाद संविधान के प्रारूप पर 114 दिनों तक चर्चा की गई ।

*26 नवंबर 1949 ईस्वी को संविधान अपनाया गया जिसमें प्रस्तावना, 22 भाग, 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थी । संविधान को लागू करने के बाद, प्रस्तावना को लागू किया गया था ।

*वर्तमान समय में भारतीय संविधान में प्रस्तावना, 22 भाग, 395 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां हैं |

*26 नवंबर 2015 को भारत में प्रथम संविधान दिवस मनाया गया था ।

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