इब्नबतूता की भारत यात्रा और उसका रेहला ग्रन्थ | किताब उल रेहला | ibn batuta history |


इब्नबतूता और उनका क़िताब उल रेहला ग्रन्थ

इब्नबतूता का इतिहास  

*इब्नबतूता का जन्म 24 फरवरी 1304 ई. को अफ़्रीकी देश मोरक्को में हुआ था |

*इब्नबतूता का वास्तविक नाम शेख़ फ़तेह अब्दुल्लाह या मुहम्मद बिन अब्दुल्ला इब्नबतूता था

*इब्नबतूता को सभी विदेशी मुस्लिम यात्रियों में सबसे महान माना जाता है |

*इब्नबतूता ने मक्का, ईराक़, ईरान, अफ़गानिस्तान होते हुए भारत की यात्रा की थी जिसमें उसे अनेक कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा था |

*इब्नबतूता 1333 ई. में दिल्ली पहुचे और उस समय वहां तुगलक वंश के शासक मुहम्मद बिन तुगलक का शासन था |

*मुहम्मद बिन तुगलक ने इब्नबतूता को दिल्ली का काज़ी बनाया था |    

*काजी के पद पर इब्नबतूता लगभाग 8 वर्षों तक रहे और अंत में उनको भ्रष्टाचार का शिकार होना पड़ा जिसके कारण इब्नबतूता को मुहम्मद बिन तुगलक ने जेल में डलवा दिया था |

*इब्नबतूता भारत में 14 वर्ष तक रहे |

*1342 में मुहम्मद बिन तुगलक ने इब्नबतूता को अपना राजदूत बनाकर चीन भेजा था |

*इब्नबतूता की मृत्यु 1369 में मोरक्को के मार्राकेश शहर में हुई थी |

क़िताब उल रेहला ग्रन्थ

*क़िताब उल रेहला ग्रन्थ, को किताब ए रेहला अथवा केवल रेहला के नाम से भी जाना जाता है |

*रेहला ग्रन्थ की रचना अरबी भाषा में इब्नबतूता के द्वारा की गई थी |

*वैसे तो रेहला ग्रन्थ में इब्नबतूता की यात्राओं का वर्णन किया गया है लेकिन इसमें सल्तनत कालीन इतिहास की जानकारी को भी विस्तृत रूप से बताया गया है |

*रेहला ग्रन्थ में सल्तनत काल की डाक व्यवस्था का भी विस्तृत रूप से वर्णन किया गया है |

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