शिहाबुद्दीन उमर का इतिहास | अलाउद्दीन खिलज़ी का उत्तराधिकारी | Shihabuddin omar ka itihas |

ऐतिहासिक तथ्य

तारीख ए फ़िरोज़शाही

तारीख ए फ़िरोज़शाही ग्रन्थ की रचना जियाउद्दीन बरनी के द्वारा फ़ारसी भाषा में की गई थी और इसमें गयासुद्दीन बलबन से लेकर फ़िरोज़शाह तुग़लक के शासनकाल तक की ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख विस्तार से किया गया है | तारीख ए फ़िरोज़शाही में शिहाबुद्दीन उमर के इतिहास पर भी विस्तार से चर्चा की गई है जिसमें प्रारम्भिक इतिहास से लेकर अंतिम इतिहास तक की जानकारी का उल्लेख विस्तारपूर्वक किया गया है |

किताब ए रेहला

किताब ए रेहला, जिसे अधिकतर भारतीय इतिहासकारों ने केवल रेहला के नाम से सम्बोधित किया है | रेहला ग्रन्थ की रचना अफ़्रीकी यात्री इब्नबतूता ने अरबी भाषा में की थी जिसमें इब्नबतूता की यात्राओं का विस्तार से वर्णन किया गया है | इब्नबतूता के रेहला में अलाउद्दीन खिलज़ी के उत्तराधिकारी शिहाबुद्दीन उमर के शासनकाल में हुए षड्यंत्रों पर भी विस्तार से चर्चा की गई है इसीलिए अलाउद्दीन खिलज़ी तथा शिहाबुद्दीन के इतिहास को जानने के लिए रेहला ग्रन्थ भी महत्वपूर्ण माना जाता है |

शिहाबुद्दीन उमर का इतिहास

*शिहाबुद्दीन उमर को अलाउद्दीन खिलज़ी का उत्तराधिकारी माना जाता है |

*शिहाबुद्दीन उमर को अलाउद्दीन खिलज़ी की हिन्दू रानी, झत्यापाली का पुत्र माना जाता है |

*झत्यापाली को देवगिरि के राजा रामचन्द्र देव की पुत्री माना जाता है |

*अलाउद्दीन खिलज़ी की मृत्यु के बाद मलिक काफ़ूर ने शिहाबुद्दीन उमर को दिल्ली का शासक घोषित कर स्वयं उसका संरक्षक बन गया |

*शिहाबुद्दीन उमर को नाममात्र का शासक माना जाता है क्योंकि उसके शासनकाल में राज्य की सम्पूर्ण शक्ति मलिक काफ़ूर के हाथों में थी |

*शिहाबुद्दीन उमर का शासनकाल अलाउद्दीन खिलज़ी के दूसरे पुत्र मुबारक खां को पसन्द नहीं आया और उसने एक षड्यंत्र के तहत मलिक काफूर की हत्या करवा दी और स्वयं शिहाबुद्दीन उमर का संरक्षक बन गया |

*कुछ समय बाद मुबारक खां, शिहाबुद्दीन उमर से परेशान हो गया और एक दिन उसने शिहाबुद्दीन उमर को अपने विश्वासपात्र सैनिकों से अंधा करवा दिया और स्वयं दिल्ली का शासक बन गया |

*शिहाबुद्दीन उमर का शासनकाल जनवरी 1316 से अप्रैल 1316 के मध्य माना जाता है |   

*शिहाबुद्दीन उमर के सम्पूर्ण शासनकाल में, सिर्फ सत्ता पाने के लिए षड्यंत्र हुए और इन सभी षड्यंत्रों का मुख्य आरोपी मलिक काफ़ूर को माना जाता है | 

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