मलिक इसामी का फुतूह उस सलातीन ग्रंथ | इसामी का इतिहास | Malik Isami History |

मलिक इसामी

*मलिक इसामी का जन्म 1311/12 में दिल्ली के एक सम्पन्न परिवार में हुआ था |

*मलिक इसामी एक प्रसिद्ध इतिहासकार थे जिन्होंने सल्तनत कालीन शासकों के शासनकाल की महत्वपूर्ण घटनाओं का उल्लेख विस्तार से किया है | 

*मलिक इसामी का वास्तविक नाम ख्वाज़ा अब्दुल्लाह मलिक इसामी था |

*मुहम्मद बिन तुग़लक ने 1326/27 में राजधानी दिल्ली से दौलताबाद (पूर्ब नाम देवगिरि) में स्थानान्तरित की, उसी दौरान मलिक इसामी दिल्ली से दौलताबाद गए और फिर वहीँ के निवासी हो गए |

*मलिक इसामी को बहमनी राज्य के संस्थापक अलाउद्दीन बहमन शाह ने अपने दरबार में सर्वोच्च स्थान प्रदान किया |

*मलिक इसामी के द्वारा लिखा गया फुतुह उस सलातीन ग्रन्थ अलाउद्दीन बहमन शाह को ही समर्पित है |

*मलिक इसामी के पूर्वज मूलतः भारत के नहीं बल्कि बगदाद (आधुनिक ईराक में) के रहने वाले थे |

फुतुह उस सलातीन

*फुतुह उस सलातीन ग्रन्थ की रचना इसामी के द्वारा की गई थी |

*फुतुह उस सलातीन ग्रन्थ में अलाउद्दीन बहमन शाह के शासनकाल की महत्वपूर्ण घटनाओं का विस्तार से वर्णन किया गया है |

*फुतुह उस सलातीन ग्रन्थ में मुहम्मद बिन तुग़लक को इस्लामिक दुनिया का सबसे मूर्ख शासक बताया गया है क्योंकि राजधानी स्थानांतरित करते समय असंख्य लोगों की मृत्यु हुई थी |

*इसामी के द्वारा लिखे गए फुतुह उस सलातीन ग्रन्थ में दिल्ली सल्तनत के महत्वपूर्ण शासकों के शासनकाल का भी वर्णन किया गया है जिसमें अलाउद्दीन खिलज़ी के देवगिरि आक्रमण का विस्तृत रूप से वर्णन देखने को मिलता है |     

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