लॉर्ड वेवेल का सम्पूर्ण इतिहास....| Lord Wavell's Complete History ....|


लॉर्ड वेवेल

*लॉर्ड वेवेल का जन्म 5 मई 1883 को इंग्लैंड में हुआ था |
*लॉर्ड वेवेल का वास्तविक नाम आर्किबाल्ड पेर्सियल वेवेल था |
*लॉर्ड वेवेल का कार्यकाल 1 अक्टूबर 1943 से 21 फरवरी 1947 ई. तक था |
*10 जुलाई 1944 को कांग्रेस और मुस्लिम लीग के मध्य, महात्मा गाँधी के कहने पर समझौता हुआ परन्तु यह समझौता असफ़ल समझौता रहा क्योंकि इस समझौते की किसी भी शर्त को, मुहम्मद अली जिन्ना ने स्वीकार नहीं किया था |

*लॉर्ड वेवेल के कार्यकाल 1945 में भूलाभाई देसाई और लियाक़त अली के मध्य एक समझौता हुआ था जिसे भूलाभाई देसाई और लियाक़त अली समझौते के नाम जाना जाता है और यह समझौता भी असफ़ल रहा था |
*लॉर्ड वेवेल ने 4 जून 1945 को एक योजना प्रस्तुत की थी जिसे वेवेल योजना के नाम से जाना जाता है |

वेवेल योजना के मुख्य प्रावधान...?

1.वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् में भारतीय दलों के प्रतिनिधि भी शामिल किए जाएँगे |
2.वायसराय और मुख्य सेनापति को छोड़कर सभी सदस्य भारतीय होंगे |
3.वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् में हिन्दू तथा मुस्लिमों की संख्या बराबर होगी |
4.वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् एक अंतरिम सरकार की तरह होगी |
5.जब तक भारत का नया संविधान नहीं बन जाता तब तक ब्रिटिश सरकार भारत का शासन चलाएगी |
*लॉर्ड वेवेल के ही कार्यकाल 1945 में शिमला सम्मेलन हुआ था |

शिमला सम्मेलन के मुख्य तथ्य...?

दरअसल....शिमला सम्मेलन 25 जून 1945 से शिमला (हिमाचल प्रदेश) में शुरू हुआ था जिसमें कांग्रेस की ओर से पण्डित जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल और अब्दुल गफ्फार खान ने हिस्सा लिया था और मुस्लिम लीग की ओर से मुहम्मद अली जिन्ना और लियाक़त अली ने हिस्सा लिया था | इस सम्मेलन में कांग्रेस और मुस्लिम लीग के अलावा 20 अन्य दलों ने हिस्सा लिया था परन्तु यह सम्मेलन साम्प्रदायिकता के कारण असफ़ल रहा था जिसकी घोषणा 15 जुलाई 1945 को लॉर्ड वेवेल के द्वारा की गई थी |

*लॉर्ड वेवेल के कार्यकाल दिसम्बर 1945 में एक ब्रिटिश संसद का मण्डल भारत आया और इसी मण्डल की शिफारिश पर 19 फरवरी 1946 को कैबिनेट मिशन, भारत भेजने को घोषणा की गई | 24 मार्च 1946 को कैबिनेट मिशन भारत आया जिसने सभी भारतीय दल के नेताओं से मुलाकात की और 13 मई 1946 को अपनी योजना प्रकाशित की |

कैबिनेट मिशन के प्रमुख प्रावधान...?

1.भारत एक ऐसा संघ होगा जिसमें ब्रिटिश भारत के प्रान्त और देशी राज्य दोनों को शामिल किया जाएगा |
2.भारतीय संघ में कार्यपालिका और व्यवस्थापिका होगी |
3.भारतीय प्रान्तों को अपने शासन से सम्बंधित विभाग बनाने का अधिकार होगा |
4.संविधान का निर्माण करने के लिए एक संविधान सभा होगी जिसमें निर्वाचित सदस्य होंगे |

*लॉर्ड वेवेल के कार्यकाल, जुलाई 1946 में संविधान सभा के लिए कुल 389 सीटों पर चुनाव हुए जिसमें कांग्रेस ने 208 सीटें, 73 सींटे मुस्लिम लीग ने तथा 15 सीटें स्वतन्त्र उम्मीदवारों ने जीतीं | 93 सीटें देशी रियासतों (राजा/महाराजाओं) के लिए आरक्षित थीं | 

*29 जुलाई 1946 को मुस्लिम लीग ने मुंबई में एक बैठक बुलाई जिसमें मुस्लिमों के लिए अपना, नया देश पाकिस्तान के लिए आन्दोलन करने का, मुस्लिम जनता को आदेश दिया और 16 अगस्त 1946 को मुस्लिम लीग ने प्रत्यक्ष आन्दोलन दिवस के रूप में मनाया था |  
  
*12 अगस्त 1946 को वायसराय लॉर्ड वेवेल ने पण्डित जवाहर लाल नेहरू को अंतरिम सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया और 2 या 3 सितम्बर 1946 को नेहरू मन्त्रीमंडल ने शपथ ने ली थी | 

1.जवाहर लाल नेहरू -  प्रधानमंत्री
2.वल्लभ भाई पटेलगृहमंत्री
3.बलदेवसिंहरक्षा मंत्री
4.जॉन मथाई - उद्योग तथा आपूर्ति मंत्री
5.सी. राजगोपालाचारी - शिक्षा मंत्री
6.सी.एच.भाभा - खान एवं बंदरगाह मंत्री
7.राजेन्द्र प्रसादखाद्य एवं कृषि मंत्री
8.आसफ़ अलीरेलवे मंत्री
9.जगजीवन राम - श्रम मंत्री                          
*26 अक्टूबर 1946 को मुस्लिम लीग के सदस्यों को शामिल किया गया था |
10.लियाक़त अली - वित्त मंत्री
11.आई.आई. चुंदरीगर - वाणिज्य मंत्री
12.अब्दुल रब नश्तर - संचार मंत्री
13.जोगेंद्रनाथ मण्डल - विधि मंत्री
14.गजांतर अली खान - स्वास्थ्य मंत्री  

*9 दिसम्बर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक दिल्ली में हुई जिसकी अस्थाई अध्यक्षता डॉ.सच्चिदानंद सिन्हा ने की थी और इस बैठक में मुस्लिम लीग ने भाग नहीं लिया था |
*लॉर्ड वेवेल की मृत्यु 24 मई 1950 को इंग्लैंड में हुई थी |

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ