लॉर्ड डफरिन का सम्पूर्ण इतिहास....| Complete History of Lord Dufferin….|


लॉर्ड डफरिन का इतिहास            

*लॉर्ड डफरिन का कार्यकाल 13 दिसम्बर 1884 से 10 दिसम्बर 1888 ई. तक था |
*लॉर्ड डफरिन के कार्यकाल में तृतीय आंग्ल-बर्मा युद्ध हुआ था |

तृतीय आंग्ल-बर्मा युद्ध की विशेषताएँ

तृतीय आंग्ल-बर्मा युद्ध 1885-1888 ई. में बर्मा के कोनबौंग राजवंश और ब्रिटिश भारत के मध्य हुआ था जिसमें ब्रिटिश भारत की जीत हुई और बर्मा (आधुनिक नाम म्यांमार) को भारत का हिस्सा बना लिया गया था |
*लॉर्ड डफरिन के कार्यकाल में ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसम्बर 1885 ई. बम्बई (आधुनिक नाम मुम्बई) में की गई थी |

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस क्या है...?

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, वर्तमान भारत की एक राजनीतिक पार्टी है लेकिन इसके नेताओं का देश की आजादी में अहम् योगदान था इसीलिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इतिहास को जानना जरूरी है | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसम्बर 1885 ई. को बम्बई में हुई थी और इसके संस्थाक एलेन ओक्टेवियन ह्यूम (ए.ओ. ह्यूम), दादा भाई नौरोजी और दिनेश वाचा को माना जाता है |

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख अधिवेशन 

*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन 28 दिसम्बर 1885 ई. को मुंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में आयोजित किया गया था और इसकी अध्यक्षता कोलकाता हाईकोर्ट के बैरिस्टर व्योमेशचन्द्र बनर्जी ने की थी |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का तीसरा अधिवेशन 27-28 दिसम्बर 1887 ई. को मद्रास (चैन्नई) में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता सैय्यद बदरुद्दीन तैयबजी (प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष) ने की थी |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का चौथा अधिवेशन 28-29 दिसम्बर 1888 ई. को इलाहाबाद (प्रयागराज) में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता जार्ज यूल (प्रथम अंग्रेज अध्यक्ष) के द्वारा की गई थी |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 12वां अधिवेशन 27-28 दिसम्बर 1896 ई. को कलकत्ता (आधुनिक नाम कोलकाता) में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता रहीम तुल्ला सयानी के द्वारा की गई थी | इसी अधिवेशन में पहली बार वंदे मातरम् गाया गया था |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 22वाँ अधिवेशन 26-27 दिसम्बर 1906 ई. को कलकत्ता (कोलकाता) में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता दादाभाई नौरोजी के द्वारा की गई थी | इसी अधिवेशन में पहली बार स्वराज शब्द का प्रयोग किया गया था |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 23वाँ अधिवेशन 26-27 दिसम्बर 1907 ई. को सूरत में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता डॉ. रासबिहारी घोष के द्वारा की गई थी | इसी अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला विभाजन हुआ था |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 24वाँ अधिवेशन 29-30 दिसम्बर 1908 ई. को मद्रास (चैन्नई) में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता डॉ. रासबिहारी घोष के द्वारा की गई थी | इसी अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान का निर्माण किया गया था |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 27वाँ अधिवेशन 26-28 दिसम्बर 1911 ई. को कलकत्ता (कोलकाता) में आयोजित किया गया था | इस अधिवेशन की अध्यक्षता पण्डित बिशननारायण धर के द्वारा की गई थी और इसी अधिवेशन में पहली बार जनगण मन गाया गया था |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 33वाँ अधिवेशन 28-29 दिसम्बर 1917 ई. को कलकत्ता (कोलकाता) में आयोजित किया गया था | इस अधिवेशन की अध्यक्षता एनी बेसेंट (प्रथम महिला अध्यक्ष) के द्वारा की गई थी |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 41वाँ अधिवेशन 26-28 दिसम्बर 1925 ई. को कानपूर में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता श्रीमती सरोजिनी नायडू (प्रथम भारतीय महिला) के द्वारा की गई थी |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 43वाँ अधिवेशन 26-27 दिसम्बर 1927 ई. को मद्रास (चैन्नई) में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता एम. ए. अंसारी के द्वारा की गई थी | इसी अधिवेशन में पूर्ण स्वाधीनता की मांग की गई थी |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 45वाँ अधिवेशन 29-31 दिसम्बर 1929 ई. लाहौर (आधुनिक पाकिस्तान में) में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता पण्डित जवाहर लाल नेहरू के द्वारा की गई थी तथा इसी अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की मांग की गई थी |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 46वाँ अधिवेशन 29 मार्च 1931 ई. को कराची (आधुनिक पाकिस्तान में) में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता सरदार वल्लभभाई पटेल के द्वारा की गई थी तथा इसी अधिवेशन में मौलिक अधिकारों की मांग की गई थी |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 51वाँ अधिवेशन 27-28 दिसम्बर 1937 ई. को फैजपुर में आयोजित किया गया था | इस अधिवेशन की अध्यक्षता पण्डित जवाहरलाल नेहरू के द्वारा की गई थी और यह अधिवेशन गाँव में आयोजित किया गया था |
*भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 55वाँ अधिवेशन 23 नवम्बर 1946 ई. को मेरठ में आयोजित किया गया था और इस अधिवेशन की अध्यक्षता जे. बी. कृपलानी के द्वारा की गई थी | आजादी के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष जे.बी. कृपलानी (जीवटराम भगवानदास कृपलानी) ही थे लेकिन 1947 ई. में हुए एक विशेष अधिवेशन की अध्यक्षता डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के द्वारा की गई थी और यह अधिवेशन दिल्ली में आयोजित किया गया था |

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ