लॉर्ड डलहौजी का सम्पूर्ण इतिहास....| Complete history of Lord Dalhousie….|


लॉर्ड डलहौजी

*लॉर्ड डलहौजी का कार्यकाल 12 जनवरी 1848 से 28 फरवरी 1856 ई. तक था |
* लॉर्ड डलहौजी को ’अर्ल ऑफ डलहौजी ’  के नाम से भी जाना जाता है |
* लॉर्ड डलहौजी साम्राज्यवादी नीति के समर्थक थे उन्होंने इस नीति के तहत भारत के कई राज्यों को अंग्रेजी साम्राज्य का हिस्सा बनाया |
*भारत के जो राज्य ईस्ट इण्डिया कम्पनी के अधीन थे उन राज्यों के राजाओं या नबाबों को कोई वास्तविक उत्तराधिकारी नहीं होता था तो वह राज्य अंग्रेजों के पूर्ण अधिकार में आ जाता था इतिहासकारों ने लॉर्ड डलहौजी की इसी नीति को अपहरण नीति या हड़प नीति कहा है इस नीति के तहत लॉर्ड डलहौजी ने भारत कई राज्यों को ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन |
*1848 ई. में लॉर्ड डलहौजी ने नागपुर को अंग्रेजी साम्राज्य का हिस्सा बनाया |
*1854 ई. लॉर्ड डलहौजी ने नागपुर को अंग्रेजी साम्राज्य का हिस्सा बनाया |
*1854 ई. में ही लॉर्ड डलहौजी ने रानी लक्ष्मीबाई के राज्य झाँसी को अपनी हड़प नीति का शिकार बनाया |
*1856 ई. में लॉर्ड डलहौजी ने कुशासन का आरोप लगाकर वाजिद अली शाह के राज्य अवध को  हड़प नीति का शिकार बनाया |
*लॉर्ड डलहौजी ने कुछ राज्यों को युद्ध में जीतकर अंग्रेज साम्राज्य का हिस्सा बनाया था |
*लॉर्ड डलहौजी के कार्यकाल में द्वितीय आँग्ल सिक्ख युद्ध हुआ था जो 18 अप्रैल 1848 ई. से 29 मार्च 1849 ई. के मध्य तक चला इसी समय लॉर्ड डलहौजी ने प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा महारानी विक्टोरिया को भेज दिया था और राजा दिलीप सिंह को पेंशन देकर पढ़ाई करने के लिए इंग्लैण्ड भेज दिया था |
*इस युद्ध में अंग्रेजों की जीत और सिक्खों की हार हुई थी |
*लॉर्ड डलहौजी के कार्यकाल में ही द्वितीय आँग्ल बर्मा युद्ध हुआ जो 5 अप्रैल 1852 ई. से 20 दिसंबर 1852 ई. तक चला था जिसमें बर्मा की हार और अंग्रेजों की जीत हुई थी |
*लॉर्ड डलहौजी ने देशी राजाओं को उपाधियों को समाप्त किया था जिसका पहला शिकार 1851 ने नाना साहब को बनाया गया उनकी 8 लाख वार्षिक पेंशन को बंद कर दिया गया |

लॉर्ड डलहौजी के प्रशासनिक सुधार

*लॉर्ड डलहौजी ने अंग्रेजी तोपखाने को मेरठ में स्थानांतरित किया और सेना का मुख्यालय शिमला में बनाया |
*1854 ई. में लॉर्ड डलहौजी ने वुड डिस्पैच को लागू किया था जिसके अनुसार प्रत्येक जिले में ऐंग्लो-वर्ना वन्युलर स्कूल और कलकत्ता, मद्रास और बम्बई में एक-एक विश्वविद्यालय स्थापित किए गए |
*लॉर्ड डलहौजी ने शिमला को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया था |
*लॉर्ड डलहौजी ने 1853 ई. में अधिकारियों की नियुक्ति के लिए प्रतियोगिता परीक्षा की व्यवस्था की थी |
*लॉर्ड डलहौजी को भारत में रेल्वे का जनक माना जाता है क्योकिं उन्हीं के कार्यकाल में अप्रैल 1853 ई. में भारत में पहली बार बम्बई से थाणे के बीच चलाई गई थी |
*1853 ई. में ही कलकत्ता से आगरा के मध्य पहली बार बिजली से चलने वाली तार सेवा की शुरुआत की |
*भारत में पहली बार सार्वजनिक निर्माण विभाग की स्थापना करने का श्रेय लॉर्ड डलहौजी को ही जाता है |
*लॉर्ड डलहौजी के कार्यकाल में ही भारत में पहली बार डाक टिकट का प्रचलन प्रारम्भ हुआ था |
*लोकसेवा विभाग की स्थापना का श्रेय भी लॉर्ड डलहौजी को ही दिया जाता है हालांकि लोकसेवा विभाग की स्थापना भारत में पहले ही हो चुकी थी परन्तु स्वतंत्र विभाग के रूप में लॉर्ड डलहौजी के कार्यकाल के कार्यकाल में ही स्थापना की गई थी |
*लॉर्ड डलहौजी ने नरबलि-प्रथा को रोकने का प्रयास किया था |


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