लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय का इतिहास | Lord Harding II history in hindi |

 

लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय का इतिहास

*लॉर्ड मिन्टो द्वितीय के बाद लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय को भारत का नया वायसराय बनाया गया था |

*लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय के कार्यकाल दिसम्बर 1911 में, ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम भारत आए थे |

*लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय के द्वारा उनका दिल्ली में भव्य स्वागत किया गया था |

*इसी समय जॉर्ज पंचम ने बंगाल विभाजन को रद्द कने की घोषणा की थी |

*भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली में स्थानांतरित करने की घोषणा भी, इसी समय की गई थी |

*इस तरह से 1912 में दिल्ली को भारत की नई राजधानी बनाया गया |

*23 दिसम्बर 1912 को दिल्ली के चाँदनी चौक इलाक़े में, वायसराय लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय पर बम से हमला किया गया जिसका आरोप अवध विहारी, भाई बालमुकुंद एवं मास्टर अमीरचंद्र पर लगाया गया |

*लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय के कार्यकाल में ही, प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत 28 जुलाई 1914 से हुई थी |

*लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय के कार्यकाल 1913 में ही, फिरोजशाह मेहता ने बम्बई क्रोनिकल और गणेश शंकर विद्यार्थी ने प्रताप नामक समाचार पत्र का प्रकाशन किया था |

*1915 में महात्मा गाँधी का भारत आगमन और गोपाल कृष्ण गोखले एवं फिरोजशाह मेहता की मृत्यु भी हुई थी |

*1916 में मदन मोहन मालवीय के द्वारा वाराणसी में, हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी और इस विश्वविद्यालय का कुलाधिपति लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय को बनाया गया था |

*अप्रैल 1916 में लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय का कार्यकाल समाप्त हो गया था |

*लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय का कार्यकाल नवम्बर 1910 से अप्रैल 1916 के मध्य में था |

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